चाणक्य नीति ने बताया मृत्यु के चार कारण || Chanakya policy told four reasons for death

Acharya Chanakya ne manushya ke mrityu ke liye char karano ko pramukh bataya hai

चाणक्य नीति ने बताया मृत्यु के चार कारण || Chanakya policy told four reasons for death

चाणक्य नीति ने बताया मृत्यु के चार कारण

Chanakya policy told four reasons for death

आचार्य चाणक्य ने सांसारिक जीवन व्यतित कर रहे मनुष्यों को कड़ी चेतावनी देते हुए चाणक्य नीति में बताया है कि मनुष्य के मृत्यु के चार प्रमुख कारण होते हैं, जिनके कारण मनुष्य की अधिकतम संख्या में मृत्यु होती है। यदि व्यक्ति इन चार कारणों से बचे तो वह असमय मृत्यु से बच सकता है। वे चार कारणों में से तीन कारण आज भी सही साबित हो रहे हैं, जबकि चौथा कारण समय के अनुसार अब लागू नहीं होता है। क्योंकि उस समय की परिवेश कुछ और था अब का परिवेश कुछ और है। आचार्य चाणक्य के वे चार मृत्यु के कारण कौन से हैं?

1. चरित्रहीन पत्नी

2. धूर्त मित्र

3. ज्यादा मुह लगने वाला सेवक

4. साँप वाले घरों में रहना

उपर्युक्त चार कारणों में से तीन कारण तो आज भी सही साबित हो रहे हैं। लेकिन चौथा कारण अब के समय के हिसाब से सही नहीं है। आज भी आप लोग पेपरों अथवा समाचार पत्रों में अक्सर पढ़ते होंगे कि एक चरित्रहीन महिला ने अपने पति को अपने प्रेमी के साथ मिलकर हत्या करवा दी। इस प्रकार चाणक्य का पहला वाक्य आज भी सही साबित हो रहा है।

चाणक्य का दूसरा मृत्यु का कारण धूर्त मित्र भी आज सही सच साबित हो रहा है। क्योंकि आये दिन बहुत से लोगों की मृत्यु अपने घनिष्ठ मित्र के धोखा देने के कारण होती है।

तीसरा कारण जो है वह भी सही साबित हो रहा है। बहुत से बड़े घरों में रहने वाले नौकर धोखे से मालिक को मारकर धन-दौलत लूट कर फरार हो जाते हैं।

इस प्रकार चाणक्य द्वारा कही गयी तीनों बातें सच हैं।

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-नन्द लाल सिंह