खरमास और मलमास क्या होता है और किस महिने और कब है

kharmas aur malmas kya hota hai aur kis mahine aata hai, ke bare mein bataya gaya hai, kya es varsh laga raha hai malmas, eske bare mein jane.

खरमास और मलमास क्या होता है और किस महिने और कब है
Kharmas aur Malmas

खर मास क्या होता है- हमारे भारतीय पंचांग के मतानुसार जब कभी भी सूर्य धनु राशि में संक्रांति करते हैं तो यह जो समय होता है उसे शुभ नहीं माना जाता है। यही कारण है कि जब तक सूर्य मकर राशि में संक्रमित नहीं होते तब तक किसी भी प्रकार के शुभ कार्य को नहीं किया जाता है। भारतीय पंचांग के अनुसार यह जो समय होता है, इस समय में सौर पौष मास का होता है जिसे खर मास कहा जाता है। खर मास भी मलमास के अन्तर्गत आता है। इसलिए खर मास और मल मास की जानकारी को एक साथ आपके समक्ष दिया जा रहा है। खरमास का मतलब होता है- खर अर्थात दुष्ट और मास मतलब महीना अर्थात दुष्ट महिना, जिसमें कोई भी शुभ कार्य नहीं किया जाता है। पौराणिक मान्यता यह भी है कि इस खरमास में यदि किसी की मृत्यु हो जाती है तो वह नरकगामी अर्थात नरक को प्राप्त होता है।

  • 15 दिसंबर 2020 से प्रारंभ खरमास नए साल में 15 जनवरी 2021 तक रहेगा

 

मल मास क्या होता है- हमारे सौर मास में कुल 365 दिन होते हैं। सौर वर्ष से 11 दिन 3 घटी और 48 पल छोटा है चंद्र-वर्ष, इसीलिए प्रत्येक 3 वर्ष में 1 महीना जोड दिया जाता है, ताकि वर्ष का 365 दिन बना रहे। यदि ऐसा नहीं होता तो कोई वर्ष 365 दिन का होता तो कोई वर्ष 394 या 396 या इससे कम ज्यादा होता। सौरमास 365 दिन का और चंद्रमास 355 दिन का होने के कारण प्रतिवर्ष 10 दिन का अंतर आ जाता है। इस दस दिनों को चंद्रमास ही माना जाता है। ऐसे बढे हुए दिनों को मलमास या अधिमास कहा जाता है। यही कारण है कि हिन्दु कैलेण्डर में कभी-कभी कोई महिना मलमास लगने के कारण अंग्रेजी के दो महिने का हिन्दु कैलेण्डर में एक महिना मान लिया जाता है।

  • ज्येष्ठ महीने में मलमास का यह महीना प्रत्येक वर्ष नहीं आता है बल्कि 3 साल बाद आता है जो कि इस साल 2021 में है।